भारत में AI टूल्स की बढ़ती लोकप्रियता, ChatGPT बना दूसरा सबसे बड़ा बाजार

भारत में AI टूल्स की बढ़ती लोकप्रियता, ChatGPT बना दूसरा सबसे बड़ा बाजार

भारत में AI टूल्स की बढ़ती पकड़: ChatGPT बना दूसरा सबसे बड़ा बाजार

पिछले कुछ वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। इस सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले ChatGPT के लिए भारत, उपयोगकर्ताओं की संख्या के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन गया है। OpenAI के अनुसार, पिछले साल देश में ChatGPT के यूजर्स की संख्या लगभग तिगुनी हो गई है।

सरकार का यह सख्त रुख डेटा सुरक्षा और संवेदनशील सरकारी जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने खासतौर पर ChatGPT, DeepSeek जैसे AI टूल्स के इस्तेमाल को लेकर आगाह किया है, ताकि गोपनीय दस्तावेजों और डेटा की लीक होने की संभावना को कम किया जा सके

दूसरी ओर, कई देश भी AI टूल्स पर सख्त रुख अपना रहे हैं। उदाहरण के लिए, इटली और ऑस्ट्रेलिया ने डेटा सुरक्षा चिंताओं के कारण कुछ AI टूल्स पर प्रतिबंध लगाए हैं। भारत में भी सरकार AI टूल्स के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग के लिए गाइडलाइंस पर काम कर सकती है।

AI को लेकर सरकार की रणनीति क्या हो सकती है?

  • डेटा सुरक्षा कानूनों को और मजबूत करना
  • AI टूल्स के लिए दिशानिर्देश जारी करना
  • स्वदेशी AI मॉडल्स को बढ़ावा देना
  • AI इनोवेशन और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाना

AI क्रांति में भारत की अहम भूमिका

अमेरिकी कंपनी OpenAI के CEO Sam Altman का मानना है कि भारत को AI क्रांति के अग्रणी देशों में शामिल होना चाहिए। भारत के IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ एक बैठक में Altman ने देश में AI की तेज़ी से बढ़ती पहुंच की सराहना की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि AI क्रांति में भारत को अग्रणी देशों में शामिल होना चाहिए।”

वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया कि भारत की AI रणनीति—GPUs, मॉडल और ऐप्स पर उनकी OpenAI के साथ बेहतरीन चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि OpenAI इन क्षेत्रों में भारत की मदद करने को तैयार है

OpenAI को कानूनी चुनौतियां भी

हालांकि, भारत में AI टूल्स को लेकर सरकार का रुख सतर्क है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों को AI टूल्स से बचने की सलाह दी है। Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्रालय की एक आंतरिक एडवाइजरी में कहा गया है, “ChatGPT, DeepSeek जैसे AI ऐप्स से सरकारी डेटा की गोपनीयता को खतरा हो सकता है।”

दूसरी ओर, कई देशों ने भी डेटा सुरक्षा चिंताओं के चलते AI टूल्स पर प्रतिबंध लगाए हैंऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने DeepSeek के उपयोग को सीमित कर दिया है।

AI और भारत की तकनीकी क्षमता

भारत तकनीकी विकास में लागत-कटौती के लिए प्रसिद्ध है। Ashwini Vaishnaw ने Altman के साथ बैठक में कहा, “भारत ने चंद्रमा पर बहुत कम लागत में मिशन भेजा है। तो, हम एक ऐसा AI मॉडल क्यों नहीं बना सकते, जिसकी लागत दूसरों की तुलना में कम हो?”

OpenAI पहले ही जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों का दौरा कर चुका है और जापान के SoftBank Group के साथ एक बड़ी डील भी कर चुका है। भारत में बढ़ते AI टूल्स के उपयोग के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार और कंपनियां AI के संतुलित विकास और डेटा सुरक्षा के बीच कैसे संतुलन बनाती हैं

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